Hanuman Chalisa Lyrics in Hindi

राम राम दोस्तों, आज हम आपके लिए एक नयी पोस्ट लेकर आये है | इस पोस्ट का नाम Hanuman Chalisa Lyrics in Hindi है | जैसा की दोस्तों हम सभी जानते है श्री हनुमान जी प्रभु श्री राम जी के भगत है और हनुमान को श्री हनुमान जी आती प्रिय है | जो कोई भी प्रभु श्री राम जी का जाप करता है तो हनुमान जी बहुत खुश होते है | हनुमान चालीसा में हनुमान जी के गुण, महिमा, और उनकी भक्ति की महत्वपूर्ण कहानियों की प्रशंसा है।

हनुमान चालीसा हम सबको रोज सुबह नहाकर सच्चे मन से पढ़नी चाहिए जिसके पढ़ने मात्र से आपको नई ऊर्जा का एहसास होता है, साथ ही जिंदगी के दुख दूर होते हैं | हनुमान चालीसा श्री तुलसी दास जी द्वारा लिखा गया है और यह श्री हनुमान जी को समर्पित एक प्रमुख हिन्दू धार्मिक भजन है| हनुमान चालीसा पढ़ने से आपके अंदर का डर बिलकुल ख़तम हो जाता है और आप निडर बन जाते हो | आपका आत्मविश्वास बढ़ जाता है |

अगर आपको लगता है की आपके घर में कोई समस्या है तो आप सच्चे मन से हनुमान चालीसा का पाठ करे इससे आपकी सारी समस्या ख़त्म हो जाएगी | मंगलवार और शनिवार ये दो वार हनुमान जी के है आप इस दिन से पाठ शुरू कर सकते है | आप हमारी वेबसाइट से भी हनुमान चालीसा का पाठ कर सकते है | तो आये दोस्तों हम सभी हनुमान चालीसा का पाठ करते है | हनुमान चालीसा के लिरिक्स इन हिंदी में निचे दिए गए है |

श्रीगुरु चरन सरोज रज निज मनु मुकुरु सुधारि
बरनऊं रघुबर बिमल जसु जो दायकु फल चारि
बुद्धिहीन तनु जानिके सुमिरौं पवन कुमार
बल बुद्धि बिद्या देहु मोहिं हरहु कलेस बिकार

हनुमान चालीसा चौपाई : (Hanuman Chalisa chaupai)

जय हनुमान ज्ञान गुन सागर
जय कपीस तिहुं लोक उजागर
रामदूत अतुलित बल धामा
अंजनि पुत्र पवनसुत नामा

महाबीर बिक्रम बजरंगी
कुमति निवार सुमति के संगी
कंचन बरन बिराज सुबेसा
कानन कुंडल कुंचित केसा
हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजै
कांधे मूंज जनेऊ साजै
संकर सुवन केसरीनंदन
तेज प्रताप महा जग बन्दन

विद्यावान गुनी अति चातुर
राम काज करिबे को आतुर
प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया
राम लखन सीता मन बसिया
सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा
बिकट रूप धरि लंक जरावा
भीम रूप धरि असुर संहारे
रामचंद्र के काज संवारे

लाय सजीवन लखन जियाये
श्रीरघुबीर हरषि उर लाये
रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई
तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई
सहस बदन तुम्हरो जस गावैं
अस कहि श्रीपति कंठ लगावैं
सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा
नारद सारद सहित अहीसा

जम कुबेर दिगपाल जहां ते
कबि कोबिद कहि सके कहां ते
तुम उपकार सुग्रीवहिं कीन्हा
राम मिलाय राज पद दीन्हा
तुम्हरो मंत्र बिभीषन माना
लंकेस्वर भए सब जग जाना
जुग सहस्र जोजन पर भानू
लील्यो ताहि मधुर फल जानू

प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं
जलधि लांघि गये अचरज नाहीं
दुर्गम काज जगत के जेते
सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते
राम दुआरे तुम रखवारे
होत न आज्ञा बिनु पैसारे
सब सुख लहै तुम्हारी सरना
तुम रक्षक काहू को डर ना

आपन तेज सम्हारो आपै
तीनों लोक हांक तें कांपै
भूत पिसाच निकट नहिं आवै
महाबीर जब नाम सुनावै
नासै रोग हरै सब पीरा
जपत निरंतर हनुमत बीरा
संकट तें हनुमान छुड़ावै
मन क्रम बचन ध्यान जो लावै

सब पर राम तपस्वी राजा
तिन के काज सकल तुम साजा
और मनोरथ जो कोई लावै
सोइ अमित जीवन फल पावै
चारों जुग परताप तुम्हारा
है परसिद्ध जगत उजियारा
साधु संत के तुम रखवारे
असुर निकंदन राम दुलारे

अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता
अस बर दीन जानकी माता
राम रसायन तुम्हरे पासा
सदा रहो रघुपति के दासा
तुम्हरे भजन राम को पावै
जनम-जनम के दुख बिसरावै
अन्तकाल रघुबर पुर जाई
जहां जन्म हरि भक्त कहाई

और देवता चित्त न धरई
हनुमत सेइ सर्ब सुख करई
संकट कटै मिटै सब पीरा
जो सुमिरै हनुमत बलबीरा
जै जै जै हनुमान गोसाईं
कृपा करहु गुरुदेव की नाईं
जो सत बार पाठ कर कोई
छूटहि बंदि महा सुख होई

जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा
होय सिद्धि साखी गौरीसा
तुलसीदास सदा हरि चेरा
कीजै नाथ हृदय मंह डेरा
कीजै नाथ हृदय मंह डेरा

दोहा (Shri Hanuman Chalisa Doha)

पवन तनय संकट हरन, मंगल मूरति रूप।
राम लखन सीता सहित, हृदय बसहु सुर भूप।

हनुमान चालीसा एक प्रमुख हिन्दू भजन है जिसके पढ़ने से अनेक लाभ होते है जिनमें से कुछ इस प्रकार है |

भक्ति में वृद्धि: प्रतिदिन हनुमान चालीसा करने से हमारे अंदर भक्ति भाव में वृद्धि होती है।
मानसिक शांति से मुक्ति: हनुमान चालीसा पढ़ने से हम सभी प्रकार की मानसिक चिंता से मुक्ति मिलती है।
आत्मविश्वास में वृद्धि: रोजाना हनुमान चालीसा का पाठ करने से आपके अंदर आत्मविश्वास की वृद्धि होती है |
ग्रह दोष निवारण: हनुमान चालीसा के पाठ से ग्रहों के दोषों का निवारण हो सकता है और जीवन में समृद्धि आ सकती है।
सफलता की प्राप्ति: रोजाना हनुमान चालीसा के पाठ करते रहने से आपको अपने काम में सफलता मिलती है और कार्यो में बढ़ोतरी होती है।
रक्षा कवच: श्री हनुमान चालीसा रक्षा कवच की तरह काम करता है|
सभी रोग का निवारण होता है: हनुमान चालीसा का पाठ करने से सभी प्रकार के रोगो का निवारण होता है |

साफ सफ़ाई पर ध्यान देना: श्री हनुमान चालीसा का पाठ शुरू करने से पहले नहा ले और पूजा स्थल को साफ सुथरा रखें।
पाठ करने का स्थान: आप हनुमान चालीसा का पाठ आपने नजदीकी हनुमान मंदिर में कर सकते है क्यूंकि यह ज्यादा प्रभावित होता है। आप आपने घर पर भी कर सकते हैं।
समर्पण: इस चालीसा का पाठ करते समय अपने आप को हनुमान जी के प्रति समर्पित कर दें।
मुद्राएँ और उपासना: पाठ को करते समय अपने आप को किसी एक मुद्रा में लाइन जैसे कि हंस मुद्रा या ज्ञान मुद्रा।
हनुमान जी का ध्यान करे: श्री हनुमान चालीसा का पाठ करते समय अपने पूरा ध्यान को हनुमान जी में लगाए और मन में उनको याद करें।
प्रार्थना और आशीर्वाद: पाठ समाप्त हो जाने पर हनुमान जी से अपनी मनोकामना मांगे और उनका आशीर्वाद प्राप्त करें।

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