Dard Bhari Shayari in Hindi

रो पड़ा वो फकीर भी
मेरे हाथों की लकीरें देखकर
बोला तुझे मौत नही
किसी की याद मारेगी।।
आज अलफ़ज़ नहीं मिल रहे थे,
दर्द लिख दिया हूँ महसूस कीजिये।
यह इश्क का जुआ हम भी,
खेल चुके हैं दोस्त।
रानी किसी और की हुई और,
जोकर हम बन गए।
प्यार किया नादान थे हम,
गलती हुई क्योंकि इंसान थे हम,
आज जिन्हें नज़रें मिलाने में तकलीफ होती है
कभी उसकी जान थे हम !
किताबों के अलावा जो चीज सबक देती है,
उसका नाम ज़िन्दगी है।
जो जागते हैं, तन्हा रातों में किसी के लिए।
वही जानते हैं, किसी को खोने का दर्द क्या होता है।
हर कोई मुझे जिंदगी जीने का तरीका बताता है
उन्हें कैसे समझाऊं की कुछ ख़्वाब
अधूरे हैं वरना जीना मुझे भी आता है।
हम अपने दर्द का शिकवा तुमसे कैसे करें,
मोहब्बत तो हमने की है तुमतो बेक़ुसूर हो।
सबसे ज्यादा दर्द तब होता है,
जब हम अपना दर्द किसी को बता नहीं पाते।

सारे जमाने में बंट गया ‘वक्त उनका’
हमारे हिस्से में सिर्फ बहाने ही आए.!
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