Dard Bhari Shayari in Hindi

एक अजीब सा मंजर नज़र आता है, हर एक आँसूं समंदर नज़र आता है,
कहाँ रखूं मैं शीशे सा दिल अपना, हर किसी के हाथ मैं पत्थर नज़र आता है।
मुझे बहुत प्यारी है तुम्हारी दी हुई हर एक निशानी,
अब चाहे वो दिल का दर्द हो या आँखों का पानी..!!
बहुत जुदा है औरों से मेरे दर्द की कहानी
ज़ख्म का कोई निशान नहीं और दर्द की कोई इंतहा नही
हर ख़ुशी के पहलू हाथों से छूट गए, अब तो खुद के साये भी हमसे रूठ गए,
हालात हैं अब ऐसे ज़िंदगी में हमारी, प्यार की राहों में हम खुद ही टूट गए।
अपना बनाकर फिर कुछ दिन में बेगाना बना दिया,
भर गया दिल हमसे तो मजबूरी का बहाना बना दिया।
वो मुझे से बिछड़े तो जैसे बिछड़ गयी ज़िन्दगी
मैं ज़िंदा तो हूँ पर ज़िंदा नहीं रहा
न वो सपना देखो जो टूट जाये, न वो हाथ थामो जो छूट जाये,
मत आने दो किसी को करीब इतना, कि उसके दूर जाने से इंसान खुद से रूठ जाये।
ना मेरा दिल बुरा था
ना उसमे कोई बुराई थी
बस नसीब का खेल है,
क्योंकि किस्मत में जुदाई थी।।
तेरे नफरत से भी मैंने रिश्ता निभाया है
तूने बार बार मुझे फाल्तू होने का अहसास दिलाया है
कभी कभी मोहब्बत में वादे टूट जाते हैं, इश्क़ के कच्चे धागे टूट जाते हैं,
झूठ बोलता होगा कभी चाँद भी, इसलिए तो रुठकर तारे टूट जाते हैं।

तुम पर भी यकीन है और
मौत पर भी एतबार है,
देखते हैं पहले कौन मिलता है
हमें दोनों का इंतजार है।
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